In aakhon mein aasu aaye na hote.. Wo jo mud mudkar yu muskuray na hote.. Unke jane ke baad ye Gam hota hai.. Kaash wo Zindagi Mein Aaye na hote..
Friday, September 24, 2010
Wednesday, September 8, 2010
Kuch To Dekho
To Those Who Never Fall In Love.........
इन आँखों में छुपे उस राज़ को देखो
सुनो हर सुर को और साज़ को देखो
साथ ज़िन्दगी का कुछ वक़्त का ही सही
कुछ देर तो प्यार करने वाले जांबाज़ को देखो
दिल में उठी लहरों में बह कर तो देखो
साथी संग दो लफ्ज़ कह कर तो देखो
तन्हाई में उस बिन रह कर तो देखो
प्यार के मीठे गम को सह कर तो देखो
प्यार में छुपे इज़हार को देखो
प्यार में छुपे इकरार को देखो
प्यार में छुपी तकरार को देखो
प्यार में छुपी हार को देखो
इन आँखों में छुपे उस राज़ को देखो
सुनो हर सुर को और साज़ को देखो
साथ ज़िन्दगी का कुछ वक़्त का ही सही
कुछ देर तो प्यार करने वाले जांबाज़ को देखो
दिल में उठी लहरों में बह कर तो देखो
साथी संग दो लफ्ज़ कह कर तो देखो
तन्हाई में उस बिन रह कर तो देखो
प्यार के मीठे गम को सह कर तो देखो
प्यार में छुपे इज़हार को देखो
प्यार में छुपे इकरार को देखो
प्यार में छुपी तकरार को देखो
प्यार में छुपी हार को देखो
Zindagi
ज़िन्दगी के कुछ अहम मोड़ के लिए कुछ पंक्तियाँ
यादों में बह जाने का नाम है ज़िन्दगी
खामोश लबों से दिल की बात कह जाने का नाम है ज़िन्दगी
जुदाई बेवफा की मार न दे आशिक को
हर दर्द को सह जाने का नाम है ज़िन्दगी
इश्क की राहों में फना हो जाना है ज़िन्दगी
किसी के प्यार में सूली चढ़ जाना है ज़िन्दगी
कोई अपने टूटे हुए दिल को कैसे समझाए
हर पल उसी के लिए मर जाना है ज़िन्दगी
टूटे ख़्वाबों की कश्ती है ज़िन्दगी
तेरे मदहोश नैनो की मस्ती है ज़िन्दगी
ज़माने वाले माने या न माने
अब बेवफा पर न जचती है ज़िन्दगी
सूरज की आग से बेहोश है ज़िन्दगी
चांदनी इस रात में मदहोश है ज़िन्दगी
अब तो तुझ बिन बीते हुए हर पल में
तुझी को पाने का जोश है ज़िन्दगी
Monday, September 6, 2010
Kabhi Kaha Nahi
तेरे इश्क की है दीवानगी पर कभी कहा नहीं
हर वक़्त तेरे लिए आवारगी पर कभी कहा नहीं
बेक़रार हो गया तेरे लिए पर कभी कहा नहीं
प्यार हो गया तुझसे पर कभी कहा नहीं
दीदार किया चुप चुप के पर कभी कहा नहीं
प्यार किया चुप चुप के पर कभी कहा नहीं
इज़हार करना चाहा पर कभी कहा नहीं
ऐतबार तो था पर कभी कहा नहीं
( इक दिन उसे पाकर खुश हो गए पर दूसरे ही दिन )
देखा किसी और की बाहों में पर कभी कहा नहीं
अँधेरा ही है अपनी राहों में पर कभी कहा नहीं
बदला आँखों से हर मंज़र पर कभी कहा नहीं
छूट गया हमसफ़र पर कभी कहा नहीं
नहीं है अब कोई मंजिल पर कभी कहा नहीं
तू है हमारा कातिल पर कभी कहा नहीं
हाथों में है जाम पर कभी कहा नहीं
प्यार का यही है अंजाम पर कभी कहा नहीं
( उसे भूलने के बाद भी )
अधूरा था तुझ बिन पर कभी कहा नहीं
आज पूरा हूँ तुझ बिन पर कभी कहा नहीं
यादों में है तू पर कभी कहा नहीं
बेवफा है तू पर कभी कहा नहीं
Sunday, September 5, 2010
Main hun hi kaun
क्यों मेरे लिए कोई इंतजार करेगा ,
अपनी जिंदगी मेरे लिए बेकार करेगा .
मै क्या हूँ मेरी हस्ती ही क्या है ,
क्या देखकर हमसे कोई प्यार करेगा !!
आँख मै नशा दिया करते है हम ,
सबकी नींदें चुरा लिया करते है हम ,
अब से जब - जब पलके झपके ,
समझ लेना तब - तब याद किया करते है हम !!
रात के करवटों को बदगुमानी है ,
जो भी चाहे कर ले मनमानी है ,
सवारता है इश्क रात की जुल्फों में ,
प्यार से लिपटने की चाहत ही जिंदगानी है !!
उसकी दोस्ती मै ये नौबत आ गई ,
ठंडी हवा भी हमे जला गई ,
हवा कहती है तुम यहाँ तरसते ही रह गए ,
मैं तुम्हारे दोस्त को छू कर भी आ गई !!
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