क्यों मेरे लिए कोई इंतजार करेगा ,
अपनी जिंदगी मेरे लिए बेकार करेगा .
मै क्या हूँ मेरी हस्ती ही क्या है ,
क्या देखकर हमसे कोई प्यार करेगा !!
आँख मै नशा दिया करते है हम ,
सबकी नींदें चुरा लिया करते है हम ,
अब से जब - जब पलके झपके ,
समझ लेना तब - तब याद किया करते है हम !!
रात के करवटों को बदगुमानी है ,
जो भी चाहे कर ले मनमानी है ,
सवारता है इश्क रात की जुल्फों में ,
प्यार से लिपटने की चाहत ही जिंदगानी है !!
उसकी दोस्ती मै ये नौबत आ गई ,
ठंडी हवा भी हमे जला गई ,
हवा कहती है तुम यहाँ तरसते ही रह गए ,
मैं तुम्हारे दोस्त को छू कर भी आ गई !!
bhut acha likha h yaar
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